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स्वेज़ नहर

 स्वेज़ नहर 

स्वेज़ नहर ( Suez Canal ) विश्व की सबसे बड़ी  मानव निर्मित नहर है।  यह नहर भूमध्यसागर और लाल सागर को जोड़ती है। यह दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप के मध्य सबसे छोटा समुद्री मार्ग प्रदान करती है। इस नहर के कारण यूरोप से एशिया आने वाले जहाज अफ्रीका के दक्षिण से होकर एक बड़ी समुद्री यात्रा से बच जाते हैं। दुनिया का 10 फीसदी समुद्री व्यापार इसी रास्ते से होता है। इस नहर के कारण  भारत तथा यूरोपीय देशो के व्यापारिक सम्बन्ध प्रगाढ़ हुए है। 





स्वेज़ नहर का इतिहास 

स्वेज़ नहर का निर्माण कार्य फ्रांसीसी इंजीनियर फर्डीनेण्ड डी लेसेप्स की देखरेख में हुआ था। 17 नवंबर 1869 को इसे परिवहन के लिए खोला गया। स्वेज़ नहर प्राधिकरण के अनुसार इसकी प्रारंभिक लम्बाई 164 किमी थी।इस नहर का प्रबंध पहले "स्वेज कैनाल कंपनी" करती थी जिसके आधे शेयर फ्रांस के थे और आधे शेयर तुर्की, मिस्र और अन्य अरब देशों के थे। बाद में मिस्र और तुर्की के शेयरों को अंग्रेजों ने खरीद लिया। 1888 ई. में एक अंतरराष्ट्रीय उपसंधि के अनुसार यह नहर युद्ध और शांति दोनों कालों में सब राष्ट्रों के जहाजों के लिए बिना रोकटोक समान रूप से आने-जाने के लिए खुली थी। ऐसा समझौता था कि इस नहर पर किसी एक राष्ट्र की सेना नहीं रहेगी। किन्तु अंग्रेजों ने 1904 ई. में इसे तोड़ दिया और नहर पर अपनी सेनाएँ बैठा दीं और उन्हीं राष्ट्रों के जहाजों के आने-जाने की अनुमति दी जाने लगी जो युद्धरत नहीं थे। 1947 ई. में स्वेज कैनाल कंपनी और मिस्र सरकार के बीच यह निश्चय हुआ कि कंपनी के साथ 99 वर्ष का पट्टा रद्द हो जाने पर इसका स्वामित्व मिस्र सरकार के हाथ आ जाएगा। 1951 ई. में मिस्र में ग्रेट ब्रिटेन के विरुद्ध आंदोलन छिड़ा और अंत में 1954 ई. में एक करार हुआ जिसके अनुसार ब्रिटेन की सरकार कुछ शर्तों के साथ नहर से अपनी सेना हटा लेने पर राजी हो गई।  1956 में मिस्र के राष्ट्रपति जमाल अब्देल नासेर द्वारा स्वेज़ नहर का राष्ट्रीयकरण किया गया। स्वेज़ नहर को 5 बार बंद किया गया था। अंतिम बार यह 8 साल के  लिए बंद थी। अंततः इसे जून 1975 में नौपरिवहन  के लिए फिर से खोल दिया गया। 

स्वेज़ नहर  विस्तार परियोजना 

वर्ष 2015 में मिस्र के राष्ट्रपति द्वारा इस परियोजना का उद्घाटन  किया गया। इसके अंतर्गत स्वेज़ नहर का 72 किमी का विस्तार प्रस्तावित था जिससे  जहाजों को दोनों दिशाओ  में आवागमन की सुविधा प्रदान की जा सके ।वर्ष 2014 में न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करते समय मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने इस विस्तार को शुरू करने की घोषणा की थी। इस घोषणा के दौरान उन्होंने इसे ‘विश्व के लिए मिस्र के लोगों का उपहार’ बताया था। 

प्रश्न : स्वेज़ नहर क्षेत्र में उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर पड़ने वाली  झीलों का सही  क्रम है   -

(A) लेक टिम्सा - लिटिल बिटर लेक - ग्रेट बिटर लेक- लेक मंजला 

(B) ग्रेट बिटर लेक - लिटिल बिटर लेक - लेक टिम्सा - लेक मंजला 

(C) लेक मंजला -  ग्रेट बिटर लेक - लिटिल बिटर लेक - लेक टिम्सा

(D) लेक मंजला - लेक टिम्सा - ग्रेट बिटर लेक - लिटिल बिटर लेक

उत्तर : (D) लेक मंजला - लेक टिम्सा - ग्रेट बिटर लेक - लिटिल बिटर लेक


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